गोरखपुर: गोरखपुर हिन्दुस्तान उर्वरक एवं रसायन लिमिटेड व एम्स के उद्घाटन की तैयारियां तेज हो गई हैं. प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी (PM Modi) पांच से नौ दिसंबर के बीच कभी भी इन दोनों संस्थानों का उद्घाटन करने आ सकते हैं. प्रधानमंत्री के कार्यक्रम को देखते हुए प्रशासन ने तैयारियां तेज कर दी हैं.
खाद कारखाना के बगल में सशस्त्र सीमा बल (एसएसबी) का सेंट्रल मुख्यालय है. अब तक प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी दो बार एसएसबी परिसर में आ चुके हैं. खाद कारखाना का उद्घाटन करने के लिए प्रधानमंत्री आएंगे तो उनका हेलीकॉप्टर तीसरी बार एसएसबी में उतरेगा. प्रशासनिक अधिकारियों के साथ खाद कारखाना के भी अफसरों तैयारियों में जुटे हुए हैं.
खाद कारखाने के पीआरओ संदीप पांडे ने बताया कि प्रधानमंत्री के कार्यक्रम के मद्देनजर 3 शिफ्टों में निर्माण कार्य हो रहा है. खाद कारखाने में लगे हुए मशीनों का ट्रायल भी शुरू हो चुका है. बहुत जल्द प्रधानमंत्री के कार्यक्रम से पूर्व ही सभी तैयारियों को पूरा कर लेंगे. हालांकि, उन्होंने कहा कि अभी प्रधानमंत्री के कार्यक्रम का निश्चित दिन और समय नहीं बताया गया है फिर भी तैयारियां पूरी तरीके से चल रही हैं.
प्रशासनिक सूत्रों के हवाले से मिली जानकारी के मुताबिक प्रधानमंत्री खाद कारखाना का उद्घाटन करने के बाद जनसभा को भी संबोधित करेंगे. प्रधानमंत्री को सुनने के लिए भारी संख्या में नागरिकों के आने की संभावना को देखते हुए प्रशासन कम से कम 12 जगह पार्किंग बनाने की तैयारी कर रहा है. पार्किंग के लिए सफाई व अन्य व्यवस्था की जिम्मेदारी अफसरों को सौंप दी गई हैं.
गौरतलब है कि खाद कारखाने के उद्घाटन से जहां हर कोई खुश है. वहीं पर खाद कारखाना कैंपस में रहने वाले खाद कारखाने के पुराने कर्मचारी व उनका परिवार काफी दुखी हैं. उनका कहना है कि 2002 में खाद कारखाना बंद होने पर मौजूदा खाद कारखाना प्रशासन ने उन्हें उनके आवास को धनराशि लेने के बाद लीज पर दे दिया था. लेकिन अब योगी सरकार यहां पर आर्मी स्कूल बनाना चाहती है, जिसके लिए जबरन उनकी मकान को गिराया जा रहा है. उन्होंने कहा कि खाद कारखाना बनने से उन्हें कोई फायदा नहीं हो रहा है. स्थानीय स्तर पर किसी को भी रोजगार नहीं दिया गया बाहर से लाकर लोगों को रखा जा रहा है.
एम्स का भी उद्घाटन करेंगे पीएम मोदी
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी खाद कारखाना का उद्घाटन करने के साथ ही अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) का भी उद्घाटन करेंगे. इसके लिए भी प्रशासन ने तैयारी तेज कर दी हैं. एम्स की डायरेक्टर सुरेखा किशोर ने बताया कि प्रधानमंत्री के आगमन की जानकारी मिलने के बाद युद्ध गति पर सभी कामों को निपटाने की तैयारी शुरू कर दी है. हमारे यहां 300 बेड का हॉस्पिटल बनकर तैयार है. एमबीबीएस के 2 बैच पहले आ चुके हैं. ओपीडी 2019 से चल रही है और अब आईपीडी भी शुरू कर दी जाएगी. अमृत नाम से निशुल्क दवा वितरण डिपार्टमेंट को भी बना लिया जाएगा.
हालांकि एम्स में इलाज कराने आए कुछ लोगों से बातचीत करने पर उन्होंने एम्स की तैयारियों पर असंतुष्टि जारी किया. उन्होंने कहा कि एम्स में सिर्फ ओपीडी का संचालन हो रहा है, यहां पर ना तो मरीजों को भर्ती करने की सुविधा है और ना ही निशुल्क दवाई देने की, फिर भी उन्होंने सरकार द्वारा एम्स निर्माण के कार्य को सराहा और कहा कि आसपास के इलाकों के लिए यह एक वरदान साबित होगा.
2016 में पीएम मोदी ने किया था खाद कारखाने का शिलान्यास
खाद कारखाना का शिलान्यास प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने 22 जुलाई 2016 को किया था. इस साल फरवरी महीने में खाद कारखाना का उद्घाटन होना था लेकिन कोरोना संक्रमण की वजह से काम पूरा होने में देर हुई. प्रधानमंत्री के हाथ खाद कारखाना का उद्घाटन होने के बाद कुछ ही देर नीम कोटेड यूरिया का उत्पादन होगा. इसके बाद 40-45 दिन तक कारखाना को बंद कर मशीनों की जांच कराई जाएगी. खाद कारखाना के निर्माण पर आठ हजार और एम्स के निर्माण पर 14 सौ करोड़ रुपये खर्च हुए हैं.
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