प्रेम से गोदान कर, फिर भूमि को रंग ( प्रेमचंद – गोदान और रंगभूमि )
बाण चला हर्ष का ( बाणभट्ट – हर्षचरित )
अश्व ( घोड़े ) की बुद्धि ( अश्वघोस – बुद्धचरित )
कुटिया का अर्थ ( कौटिलीय – अर्थशास्त्र )
पतन महान भाषा का ( पतंजलि – महाभास्य )
पाणी के आठ आदेश ( पाणीनि – अष्टाधायी )
प्लेट में पब्लिक बैठी है ( प्लेटो – रिपब्लिक )
सेखर कपूर ( राजशेखर – कपूरमंजरी )
विष्णु जी के पांच तंत्र ( विष्णु शर्मा – पंचतंत्र )
माघ का शिशु ( माघ – शिशुपाल )
कल्हण की तरंग ( कल्हण – तरंगिनी )
अकबर का फज़ल – ( अकबरनामा – अबुलफजल )
हुमायु की बेगम ( हुमायूँनामा – गुलबदन बेगम )
जय हो गीत गोविन्द की ( जयदेव – गीतगोविन्द )
चन्दन तू पृथ्वी पर रास कर ( चंदबरदाई – पृथ्वीराज रासो )
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