UPSC Result: पेट्रोल पंप कर्मचारी के बेटे ने हासिल की 93वीं रैंक, बेटे की पढ़ाई के लिए पिता ने बेच दिया था घर

प्रदीप ने कहा- बचपन से ही सपना था कि कुछ कर दिखाऊं. जब बीकॉम 

ऑनर्स में एडमिशन लिया था, तभी से सपना था कि कुछ बनना है


भोपाल: 
संघ लोक सेवा आयोग (यूपीएससी) ने सिविल सेवा परीक्षा- 2018 का फाइनल रिजल्ट घोषित कर दिया. इंदौर के देवास नाका क्षेत्र में रहने वाले पेट्रोल पंप कर्मचारी मनोज सिंह के पुत्र प्रदीप ने ऑल इंडिया 93वीं रैंक हासिल की है. डीएवीवी के इंटरनेशनल इंस्टिट्यूट ऑफ प्रोफेशनल स्टडीज से 2017 में बीकॉम ऑनर्स की पढ़ाई पूरी करने वाले प्रदीप ने फर्स्ट अटेंप्ट में ही यह परीक्षा पास की है.  प्रदीप ने कुछ समय पहले दिल्ली में कोचिंग भी की थी. परिवार में दो भाई और मां अनीता हैं. प्रदीप ने कहा- बचपन से ही सपना था कि कुछ कर दिखाऊं. जब बीकॉम ऑनर्स में एडमिशन लिया था, तभी से सपना था कि कुछ बनना है.
प्रदीप के पिता मनोज का कहना है कि मेरे लिए आज का दिन कभी नहीं भूलने वाला दिन है. उन्‍होंने कहा, 'कुछ साल पहले मैंने इसकी कल्पना भी नहीं की थी कि बेटा देश में नाम रोशन करेगा. मैं बहुत खुश हूं.' उनका कहना है कि 'मैं इंदौर के एक पेट्रोल पंप पर काम करता हूं. मैं हमेशा अपने बच्‍चों को शिक्षित बनाना चाहता था ताकि वो जीवन में अच्‍छा कर सकें. प्रदीप ने मुझसे कहा था कि वह यूपीएससी की तैयारी करना चाहता है लेकिन हमारे पास पैसे नहीं थे. इसलिए मैंने हमारा घर बेच दिया. यह बहुत संघर्षपूर्ण यात्रा रही है.
बता दें कि संघ लोक सेवा आयोग (UPSC) ने सिविल सर्विस का फाइनल रिजल्ट (UPSC Result 2019)  शुक्रवार शाम जारी किया गया. परीक्षा का रिजल्ट (UPSC Civil Services Result) UPSC की ऑफिशियल वेबसाइट upsc.gov.in पर जारी किया गया है. आईएएस, आईपीएस और आईएफएस आदि पदों पर नियुक्ति के लिए कुल 759 अभ्यर्थियों के नाम घोषित किये हैं जिनमें 577 पुरुष और 182 महिलाएं हैं. पहले स्थान पर कनिष्क कटारिया के बाद दूसरे स्थान पर अक्षत जैन हैं. आईआरएस की ट्रेनिंग ले रहे जुनैद अहमद ने देश भर में तीसरा रैंक हासिल किया है. वहीं पांचवें स्थान पर रहीं सृष्टि जयंत देशमुख देशभर की महिलाओं में पहले नंबर पर हैं.



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