Chandrayaan 3: Prayers across world and in India for successful moon landing of Chandrayaan-3
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( BHARAT24 )
हम सभी के लिए बहुत गर्व की बात है की हमारे विज्ञानिको के मेहनत से आज कामयाबी के साथ *चंद्रयान -3 चांद सफलता के साथ लैंड करेगा।जिसका सीधा प्रसारण शाम 5.15 से 6.15 तक नीचे 👇 दिए लिंक पर जाकर देख सकते है।* हम सभी को इस कामयाबी की प्रार्थना/दुआ भी करनी चाहिए। *DD NATIONAL YOU CHANNEL*
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चंद्रयान 3 मिशन 23 अगस्त की शाम को चांद की सतह पर लैंड कराया जाएगा। हालांकि, इससे पहले विक्रम लैंडर के लिए अनुकूल स्थितियों को पहचाना जाएगा। इसरो के मुताबिक, लैंडिंग के लिए निर्धारित समय से ठीक 2 घंटे पहले यान को उतारने या न उतारने पर अंतिम निर्णय होगा। इसरो के वैज्ञानिक नीलेश एम देसाई के मुताबिक, अगर चंद्रयान 3 को 23 अगस्त को लैंड नहीं कराया जाता है, तो फिर इसे 27 अगस्त को भी चांद पर उतारा जा सकता है।
चंद्रमा के दक्षिणी ध्रुव पर लैंड करेगा चंद्रयान-3
चंद्रयान-3 मिशन को लेकर पूरी दुनिया की निगाहें इसरो पर हैं। इस बीच, भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संस्थान(इसरो) ने एक और नया वीडियो पोस्ट किया है। साथ ही एजेंसी ने यह भी बताया है कि चंद्रयान अपने पूर्व निर्धारित समय पर चंद्रमा के दक्षिणी ध्रुव पर लैंड करेगा।
देश के लोगों के लिए गर्व का क्षण
भारतीय अंतरिक्ष संघ के डीजी अनिल कुमार भट्ट ने कहा कि कल जब चंद्रयान-3 सॉफ्ट लैंडिंग करेगा तो हम उन चार देशों में शामिल होंगे, जिन्होंने अब तक चंद्रमा पर सॉफ्ट लैंडिंग (सफल लैंडिंग) की है। यह देश के लोगों के लिए गर्व का क्षण होगा।
चंद्रयान 2 की तुलना में बढ़ाया गया ईंधन
पद्म श्री पुरस्कार विजेता और पूर्व इसरो वैज्ञानिक मायलस्वामी अन्नादुराई ने कहा कि चंद्रयान 3 को लेकर प्राथमिकता सुरक्षित लैंडिंग है। चंद्रयान 2 की तुलना में, आवश्यक ईंधन भी बढ़ाया गया है। बिजली स्रोत भी बढ़ाया गया है।
चंद्रयान-3 में लगभग 80 फीसदी बदलाव किए गए
इसरो के पूर्व वैज्ञानिक वाईएस राजन ने कहा कहा कि चंद्रयान-3 में लगभग 80 फीसदी बदलाव किए गए हैं। इसरो ने चंद्रयान-3 में कई चीजें शामिल कीं। पहले यह उतरते समय केवल ऊंचाई देखता था, जिसे अल्टीमीटर कहा जाता है, अब इसके अलावा उन्होंने एक वेलोसिटी मीटर भी जोड़ा है, जिसे डॉप्लर कहा जाता है, जिससे आपको ऊंचाई और वेग भी पता चल जाएगा, ताकि यह खुद को नियंत्रित कर सके।
श्रीलंका के उच्चायुक्त ने चंद्रयान-3 को लेकर दी बधाई
भारत में श्रीलंका के उच्चायुक्त मिलिंडा मोरागोडा ने चंद्रयान-3 को लेकर भारत को बधाई दी है। उन्होंने कहा कि यह भारत के लिए गौरव का क्षण है, बल्कि हमारे लिए भी क्योंकि हम भी उपमहाद्वीप का हिस्सा हैं, भारत को बधाई।
चंद्रयान-3 के चंद्रमा पर उतरने का बेसब्री से इंतजार कर रही - सुनीता विलियम्स
चंद्रयान-3 कल चंद्रमा पर लैंडिंग करेगा। इसे लेकर भारतीय-अमेरिकी अंतरिक्ष यात्री सुनीता विलियम्स ने खुशी जाहिर की है। उन्होंने कहा कि वे प्रज्ञान रोवर के चंद्रमा के दक्षिणी ध्रुव पर उतरने का इंतजार कर रही हैं। साथ ही उन्होंने अंतरिक्ष अन्वेषण के क्षेत्र को आकार देने में भारत की महत्वपूर्ण भूमिका की भी सराहना की। विलियम्स ने कहा, "चंद्रमा पर उतरने से हमें अमूल्य अंतर्दृष्टि मिलेगी। मैं वास्तव में रोमांचित हूं कि भारत अंतरिक्ष अन्वेषण और चंद्रमा पर स्थायी जीवन की खोज में सबसे आगे है। यह वास्तव में रोमांचक समय है।"
विक्रम लैंडर 25 किमी की ऊंचाई से सुरक्षित लैंडिंग के लिए करेगा सतह की निगरानी
चंद्रयान-3 पर नेहरू तारामंडल के सीनियर इंजीनियर ओपी गुप्ता ने बताया कि इसरो से मिली जानकारी के अनुसार अब तक किए गए प्रयास सफल हैं। अगर कोई कठिनाई आती है और परिस्थितियां नहीं बनती हैं तो इसरो ने इसे चार दिनों तक बनाए रखने के लिए पर्याप्त ईंधन रखा है। इसे तकनीकी रूप से मज़बूत बनाया गया है। विक्रम लैंडर में स्थापित उच्च रिज़ॉल्यूशन वाला कैमरा शुरू में 25 किमी की ऊंचाई से सुरक्षित लैंडिंग के लिए सतह की निगरानी करेगा। उम्मीद है कि उपयुक्त स्थान मिलने के बाद यह समय पर लैंड कर जाएगा।
Chandrayaan 3: पूरे देश और दुनिया की निगाहें आज होने वाली चंद्रयान-3 की सॉफ्ट लैंडिंग पर हैं. शाम 6:04 बजे चंद्रमा पर इसकी सॉफ्ट लैंडिंग निर्धारित है. भारत का चंद्रमा पर यह ऐतिहासिक कदम होगा.
लैंडिंग के बाद क्या होगा?
राष्ट्रीय ध्वज तिरंगे और पहियों पर इसरो के लोगो के साथ छह पहियों वाला प्रज्ञान रोवर 4 घंटे के बाद लैंडर की बेली से चंद्रमा की सतह पर उतरेगा. यह एक सेमी प्रति सेकंड की रफ्तार से चलेगा और चंद्रमा के परिवेश को स्कैन करने के लिए नेविगेशन कैमरों का इस्तेमाल करेगा.
रोवर में चंद्रमा की सतह से संबंधित डेटा प्रदान करने के लिए पेलोड के साथ कॉन्फिगर किए गए उपकरण हैं. यह चंद्रमा के वायुमंडल की मौलिक संरचना के संबंधित डेटा एकत्र करेगा और लैंडर को डेटा भेज देगा.
तीन पेलोड के साथ विक्रम लैंडर निकट सतह के प्लाज्मा (आयनों और इलेक्ट्रॉनों) के घनत्व को मापेगा, चंद्रमा की सतह की थर्मल प्रॉपर्टीज (तापीय गुणों) को मापेगा, लैंडिंग स्थल के आसपास सिस्मीसिटी (भूकंपीयता) को मापेगा और चंद्र परत की संरचना और आवरण का वर्णन करेगा.
*श्री संजय कुमार जी,I.A.S. सचिव, भारत सरकार-शिक्षा मंत्रालय, स्कूल शिक्षा एवं साक्षरता मिशन के पत्र के अनुसार चंद्रयान–3 लैंडिंग का लाइव प्रसारण आज जिन विद्यालयों में दिखा पाना संभव है दिखाएं जो विद्यालय आज दि०- 23-08-23 को नहीं दिखा सकते हैं,और जो स्कूल बच जाए वह कल सुबह दि०-24-08-23 प्रार्थना सभा में यू ट्यूब से बच्चों को दिखाकर इस विषय की जानकारी दे सकते हैं।*
सौर ऊर्जा से संचालित लैंडर और रोवर के पास चंद्रमा के परिवेश का अध्ययन करने के लिए करीब दो हफ्ते समय होगा. रोवर केवल लैंडर को जानकारी भेज सकता है और लैंडर सीधे पृथ्वी से कम्युनिकेट करेगा. इसरो के मुताबिक, 'चंद्रयान-2 ऑर्बिटर' का इस्तेमाल आकस्मिक संचार रिले के रूप में भी किया जा सकता है. सोमवार (21 अगस्त) को चंद्रयान-2 ऑर्बिटर ने लैंडर मॉड्यूल के साथ संचार स्थापित किया था.
आज शाम को 5 बजे के बाद सभी लोग लाइव रहेंगे। चंद्रयान 3की सफल लैंडिंग होगी। और अपने अपने बच्चो को भी इसका सीधा प्रसारण दिखाए क्योंकि की चंद्रयान 3 चांद की उस सतह पर पहुंच रहा है जहां आज तक कोई भी नही गया है। ये पूरे भारत के लिए गर्व की बात है। और पूरे वर्ल्ड की निगाह चंद्रयान 3 पर ही है।
चंद्रयान-3 की सफलता के लिए
आज तिरुपति बालाजी पहुंची ISRO की टीम
जय हो प्रभु लाज रखना जयश्री राम 🙏
आपका अपना
जगवीर चौधरी!
धन्यवाद ।
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