इस गैस चूल्हे के अंदर जो सैल डाले जाते हैं या बिजली से कनेक्ट करके जो चूल्हे की विडियो दिखाई जा रही है वो सब भ्रामक है। इस चूल्हे में सैल सिर्फ फ्लेम के लिए डाले जाते हैं, जिससे बाद में आपको गैस लाइटर की आवश्यकता नहीं होती। बाकी खाना बनाने में गैस की खपत उतनी ही होगी जितना पहले होती थी। अब अगर आपको माचिस या लाइटर न जलाना पड़े इसके बदले आप 4 से 5 हजार रुपए खर्च करना चाहते हैं तो आपकी मर्जी।
उत्तर प्रदेश में अब चकरबंदी तभी होगी जब उस गाँव के कम से कम 75% किसान ?
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*उत्तर प्रदेश में अब चकरबंदी तभी होगी जब उस गाँव के कम से कम 75% किसान
(खातेदार) लिखित सहमति देंगे।*
*पहले ग्राम प्रधान और ग्राम पंचायत के प्रस्ताव को ही...
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