सभी भाई - बहनों से विनम्र अनुरोध Caution was removed and an accident occurred.

एक विनम्र निवेदन 🙏🏻

सभी भाई - बहनों से विनम्र अनुरोध -
*1. वर्तमान में जिम्मेदारियों का मानसिक दबाव, आपाधापी, तनाव व भागमभाग अत्यधिक है।*
*अपने जिले, प्रदेश से हम विगत वर्षों और इस वर्ष में भी अनेक भाई - बहनों को सड़क दुर्घटनाओं में खो चुके हैं।*

*ट्रिपल सवारी हमेशा दुर्घटना को निमंत्रण देने वाला होता है ,*
*इससे हर हालत में किनारा करें !*
*तीसरी सवारी के रूप में ना खुद बैठें और ना किसी और को बैठाएं।*

*2. कार्यस्थल तक जाना - आना रोज का है एक दिन का नहीं ;*
*अतः जल्दबाजी बिल्कुल ना करें।*

*3. घर से 5 - 10 मिनट पूर्व निकलने की कोशिश करें।*
*जरूरी सामान पहले ही रख लें यथासंभव फर्स्ट एड बॉक्स भी ।*

*4. सुनिश्चित करें कि आपका वाहन यात्रा के लिए पूरी तरह फिट / दुरुस्त है और आपके वाहन के सभी नियंत्रक स्विच / परिवर्तक उपादान / ब्रेक / ब्रेक लाइटें / टर्न इंडीकेटर इत्यादि ठीक काम कर . रहे हैं ।*

*5. ABS ब्रेक्रिंग सिस्टम से युक्त वाहन अपेक्षाकृत कहीं अधिक सुरक्षित हैं।*
*ऐसी अनपेक्षित / ABS ब्रेक्रिंग सिस्टम अभाव स्थिति / वाहन की ड्राइविंग में अगले - पिछले ब्रेक बराबर मिलाकर लगाने की कार्य कुशलता विकसित करने का प्रयास करें ।*
*एबीएस सिस्टम के बिना वाहन चलाने वाला व्यक्ति पैनिक ब्रेकिंग मोड में हड़बड़ाहट में आक्रामक तरीके से ब्रेक लगाने का प्रयास करता है, तो एक्सीडेंट होने के चांस बहुत ज्यादा रहते हैं। वहीं, जब बात करें एबीएस की तो इसमें एंटी-लॉक ब्रेक स्वचालित रूप से ऐसा करते हैं, जिससे आकस्मिक संभावित दुर्घटना / टक्कर के समय चालक की सुरक्षा बनी रहती है।*

*6. यात्रा दूरी के अनुपात में पेट्रोल टंकी में पेट्रोल अवश्य रखें।*
*( फ्यूल टैंक को सुरक्षा के लिहाज से Full न रखें । 1/4 भाग खाली रखें। अनेक बार Full फ्यूल टैंक कैप से रिसाव होने पर / रिसते पेट्रोल के द्वारा चलते हुए गर्म इंजन हैड पर छलकने से आग लगने की संभावना बढ़ जाती है । )*

*7. भूलकर भी बिना हेलमेट ड्राइविंग / पीछे सवारी ना करें । हेलमेट ISI मार्क ही प्रयोग करें।*
*( हेलमेट की सेफ्टी बेल्ट हर हालत में लगाकर चलें )*

*8. वाहन चलाते समय मोबाइल फोन का प्रयोग करना बेहद खतरनाक है ।*
*इस बुरी आदत से बचें और हर हालत में छोड़ दें।*
*साइड में किनारे रुककर 5 मिनट में बात कर फिर चल देने से आपके संसार भर के काम रुक नहीं जाएंगे।*
*( यदि आपको चलते हुए बात करना अत्यंत आवश्यक हो तो सिर्फ 1 कान से जुड़ी हेडफोन / ब्लूट्रुथ डिवाइस का प्रयोग करें )*

*9. विशेषकर दो पहिया वाहनों से यात्रा करते समय स्पीड पर सख्ती से / दृढ़तापूर्वक नियंत्रण रखें ;*
*यथासंभव 40 -50 किमी. / घंटा पर रहें।*
*इससे अधिक गति होने पर आप खतरे की जद में रहेंगे।*

*10. गाँव-देहात / कस्बों / आबादी क्षेत्र से गुजरते समय स्पीड अधिकतम 10-30 Km/h से ज्यादा न रखें,*
*40-50 की स्पीड में सामने कोई भी / छोटा बच्चा / कुत्ता इत्यादि एकदम अचानक आने पर आप अपने वाहन से नियंत्रण खो सकते हैं।*
*कभी - कभी अप्रत्याशित परिस्थितियों में नए वाहन चालकों द्वारा ब्रेक कुशलता से लगाने / लगने के बजाय उल्टे स्पीड थ्रोटल से स्पीड और बढ़ जाती है।*
*जिसके परिणाम बहुत बार जानलेवा ही साबित होते हैं।*

*11. अपने दो पहिया वाहन में वाहन निर्माता कम्पनी द्वारा निर्धारित मानकों / सिफारिशी /Recommend Tyre Pressure से हमेशा कुछ कम यथा 2-4 PSI कम ही रखें तो बेहतर स्थिरता /सुरक्षा मिलेगी।*
*गाड़ी फिसलेगी नहीं / ज्यादा स्थिरता मिलती है ।*
*(कुछ दूरी तय करने / देर बाद सड़क एवं टायरों के आपसी घर्षण से टायर / ट्यूब गर्म हो टायरों में हवा का दबाव स्वतः बढ़ जाता है।)*
*घिसे पिटे, अधिक पुराने हो चुके चिकने टायरों को जितना जल्दी हो सके विदा कर दें।*
*ऐसे टायरों से वाहन की पकड़ सड़क से कम हो जाती है और बहुधा अचानक तेज ब्रेक लगाने पर फिसलने / दुर्घटना का डर बढ़ जाता है ।*
*साथ ही घिसी रबड़ वाले टायरों से माइलेज भी कम ( टायर का व्यास कम हो जाता है ) मिलता है ।*

*12. याद रखें -*
*कभी भी जब वाहन में रिजर्व लगने की सम्भावना हो ,*
*उस वक्त ओवरटेक करने की गलती भूलकर भी न करें।*

*13. कई बार ऐसा हुआ भी है कि - निर्जन / सुनसान / वाहन शून्य स्थान / स्थिति से 50-60 की स्पीड पर गुजरते वक्त अचानक सड़क किनारे की झाड़ियों / पेड़ों के बीच से प्रकट हो / कुलांचे मारती / नीलगाय पलक झपकते सड़क पार कर गई / कुत्ता - लोमड़ी आदि सामने आ गया। ऐसी विकट स्थिति से दो - चार होने की कल्पना कर देखें ।*
*हमेशा सतर्क रहें । बाज / कौए सदृश तीक्ष्ण नजर और त्वरित / तत्क्षण निर्णय / प्रतिक्रिया / वाहन पर नियंत्रण कर पाने की क्षमता हमेशा उन्नत रखें।*

*14. ड्राइविंग दौरान थोड़े-थोड़े समयांतराल से बैक मिरर से पीछे के ट्रैफिक पर नजर बनाए रखें ;*
*इससे आपको अपने से बड़े वाहन को साइड देने / सुरक्षित चलने में बेहद कारगर मदद मिलती रहेगी ।*

*15. बड़े - बड़े ट्रॉला / अधिसंख्यक टायरों वाले ट्रकों / ट्रोला / ट्रैक्टर ट्रॉला आदि भारी लोडेड / अनलोडेड से पर्याप्त दूरी बनाकर चलें ।*
*आसन्न गम्भीर खतरा महसूस होने / दिखने पर अपने वाहन की गति पर त्वरित काबू पाते हुए पटरी / झाडियों / खाई में उतरने से भी गुरेज ना करें।*
*इससे आप सामान्य चुटैल / घायल बेशक हो सकते हैं परन्तु जान सुरक्षित हो जाएगी।*
*बहुधा आपने भारी वाहनों के पीछे Keep Distance लिखा देखा होगा ।*
*इस चेतावनी का हमेशा ध्यान रखें ।*
*यदि आप अपने से बड़े वाहन के ठीक पीछे बेहद नजदीक चल रहे हैं तो आप "आ बैल मुझे मार " कहावत पर हैं ।*
*आगे वाले के एकदम अचानक ब्रेक लगाने से आपका दो पहिया वाहन / स्कूटी उस वाहन से तेजी से टकरा सकता है / उसके नीचे घुस सकता है ।*

*16. किसी भी प्रकार का नशा / नशीली दवा / शराब इत्यादि का सेवन कर वाहन न चलाएं और हमेशा अपने आगे - पीछे वाले वाहनों से सतर्क रहें।*

*17. यथासंभव रात की ड्राइविंग से बचें ।*
*एक ही हैडलाइट वाले बड़े / भारी वाहन / ट्रैक्टर / ट्रक आदि दो पहिया वाहन का आभास दे जाते हैं जो अनेक बार चकाचौंध की स्थिति में जानलेवा साबित हो सकते हैं।*

*18. मोड़ों पर हॉर्न बजाएं / खतरा होने पर चेतावनी / पास लाइट प्रयोग करें / मुड़ने से पहले उस दिशा का इंडीकेटर 5 से 10 सेकंड पहले अवश्य प्रयोग करें / हाथ से मुड़ने का इशारा करें I*

*19. यातायात के नियमों को भलीभांति जान लें और सख्ती से पालन करें ।*
*सड़कों / हाइवे पर साइन बोर्डों पर लिखे विभिन्न चेतावनियों / गतिसूचक निर्देर्शों इत्यादि का ध्यान रखें व दृढ़ता से पालन करें।*
*बिना ड्राइविंग लाइसेंस गलती से भूलकर भी वाहन न चलाएं एवं घर में नाबालिगों को वाहन चलाने की कतई अनुमति ना दें।*
*( बहुत बार नाबालिगों द्वारा हुई दुर्घटनाएं जीवन भर के लिए दर्दनाक यादें छोड़ जाती हैं। )*

*20. वाहन चलाते समय दूसरे वाहन चालक के साथ प्रतिस्पर्धा दौड़ ना करें,*
*ज्यादातर दुर्घटनाएं जल्दबाजी में किए गए ओवरटेकों से होती हैं ;*
*लिहाजा जब तक बेहद जरूरी न हो ओवरटेक बिल्कुल मत करिए।*

*21. आलोचना से इतर, अनुभवों के परिणाम :*
*स्कूटी के मुकाबले मोटर साइकिल कहीं ज्यादा सुरक्षित / नियंत्रित / स्थिरता पूर्ण है।*

*22. वाहन निर्माता कम्पनियां / ऑटोमोबाइल क्षेत्र के इंजीनियर अपनी जगह सही हैं,*
*लेकिन एक बाइक /मोटर साइकिल के मुकाबले स्कूटर / स्कूटी में इंजन एक तरफ होने / छोटे व्हील बेस होने/ पहिए होने से वाहन का कुल वजन केन्द्रीय नहीं रह जाता है और असावधानी की स्थिति में फिसलने की संभावनाएं अधिक रहती हैं।*
*लिहाजा स्कूटर / स्कूटी चलाते समय अतिरिक्त सावधानी बरतें।*

*23. बरसात में, सड़क पर जमी गीली मिट्टी / कीचड़ आदि से गुजरते समय अतिरिक्त विशेष सावधानी बरतने की जरूरत है।*
*अप्रत्याशित परिस्थितियों / प्रतिकूल मौसम आदि में "लेट हो गए / लेट हो रहे हैं....." वाली मानसिकता में अपने वाहन से / पर सारी कसर सड़क पर ना निकालें। घर से 10 मिनट और पहले निकलने की कोशिश / प्रयास प्रतिदिन करें।*

*24. झोंक में, धींगामुश्ती करके, घर के तनाव, नाराजगी, गुस्से में भरकर ड्राइविंग से हमेशा परहेज करें ।*

*25. इन सब बातों में नया कुछ भी नहीं है ;*
*बस दोहराया गया है।*

*अंतिम खास बात -*

*सड़कों से गुजरते वक्त बहुधा अचानक एक / दो / तीन या अधिक, एकदम खड़े, ऊबड-खाबड़, बेतरतीब स्पीड ब्रेकर सामने आ जाते हैं !*
*तब वहाँ अकेले आपके वाहन होने पर भी दुर्घटना की प्रबल आशंका रहती है ।*
*बहुत बार यह देखा गया है कि पीछे बैठी सवारी ( विशेषकर महिला सवारी ) उछल कर सड़क पर आ गिरी और आगे या पीछे से आ रहे तेज गति का बड़ा वाहन उसे कुचलता हुआ निकल गया ।*
*क्या कर लेंगे आप ❓*
*तो स्पीड को हमेशा काबू में रखिए और सुरक्षित रहिए।*

*धीमे चलिए और घर सुरक्षित पहुँचिए*

*गति से प्रथम सुरक्षा*

*दुर्घटना से देर भली*

*सावधानी हटी , दुर्घटना घटी*

*"घर पर आपके अपने, आपके लौटने की प्रतीक्षा कर रहे हैं" ;*

*यह कभी न भूलें ।*
 
*याद रखें -*🙋🏽

*" जान है तो जहान है।"*

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