गर्मी का सीजन हो और आमरस ना हो तब जायका बिगड़ जाता है लेकिन आज में बीकानेर मंडी गया और दुकान पर देखा तो मेरे फ्यूज ही उड़ गए ।आम के केरेटो में पुड़िया डाल रखी थी तब मैंने पूछा भाई ये पुड़िया क्यो डाल रखी है तब उसने बताया कि ये आम को पीला करती है तो मैने तपाक से एक पुड़िया को उठाया और उसके ऊपर लिखा हुआ पढ़ा तो बड़ा शॉक्ड हुआ । उस पर लिखा था "इन्हें बच्चो से दूर रखें " और भी लिखा हुआ है जब आप जूम करके देखोगे तो पता लग जायेगा... मतलब खुले आम जहर का इस्तेमाल हो रहा है और हम बड़े चाव से आमरस के रूप में पी रहे है । ज्यादा जानकारी करने पर पता चला कि "जब गाड़ी भर के रवाना होती है तो दो दिन में पहुंचती है उसमें आम एक दम हरे होते है उसमें पुड़िया डाल दी जाती है मंडी आती है तब तक पुड़िया अपना असर दिखाती है और उसे पिला बना देती है और हम सोचते है पीला आम स्वादिष्ट होगा...प्रसासन को समय रहते पूरी सावधानी बरतनी चाहिये जिस से बीकानेर वासियों को सुद्ध आम मिल सके । आम हरा होगा तो भी चलेगा लेकिन जहर से पिला किया हुआ यूज करना ,हम अपने स्वास्थ्य के साथ खिलवाड़ कर रहे है ।
बरसात के दिनों में विद्यालय में अवकाश करना क्यों जरूरी रहता है, यह फोटो
देखकर समझा जा सकता है।
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हमे अपने लिए छुट्टी नहीं चाहिए, किसी और का गुनाह की सजा किसी...
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