देश 15 अगस्त पर अपना 75वां स्वतंत्रता दिवस ( Independence day ) मना रहा है। 15 अगस्त 1947 को हमें ब्रिटिश शासन के 200 सालों के राज से आजादी मिली थी। यह दिन हमें महात्मा गांधी, भगत सिंह, नेताजी सुभाष चंद्र बोस, चंद्रशेखर आजाद समेत सैंकड़ों महान स्वतंत्रता सेनानियों के त्याग, तपस्या और बलिदान की याद दिलाता है। हर वर्ष आजादी की सालगिरह पर स्कूलों, कॉलेजों, दफ्तरों आदि में कई कार्यक्रमों का आयोजन होता है जहां देशभक्ति के गीत बजाए जाते हैं और लोग भाषण देते हैं। कोरोना की वजह से अधिकांश जगहों पर यह कार्यक्रम ऑनलाइन होगा। यहां हम आपको बता रहे हैं कि कैसे आप स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर एक छोटा और आसान सा भाषण देकर लोगों पर अपना प्रभाव छोड़ सकते हैं-
प्रिय साथियों और अध्यापकों/वरिष्ठ जनों
आज भारत अपना 75वां स्वतंत्रता दिवस मना रहा है। 15 अगस्त 1947 को हमें अंग्रेजों के चंगुल से आजादी मिली थी। दोस्तों, आज सबसे पहले हमें उन स्वतंत्रता सेनानियों को नमन करना चाहिए जिन्होंने इस देश को आजाद कराने के लिए अपना सब कुछ दांव पर लगा दिया। यह दिन हमें महात्मा गांधी, भगत सिंह, नेताजी सुभाष चंद्र बोस, चंद्रशेखर आजाद, सरदार वल्लभभाई पटेल, लाला लाजपत राय, रामप्रसाद बिस्मिल समेत सैंकड़ों महान स्वतंत्रता सेनानियों के त्याग, तपस्या और बलिदान की याद दिलाता है।
15 अगस्त के दिन हर साल भारत के प्रधानमंत्री दिल्ली के ऐतिहासिक लाल किले पर तिरंगा फहराने के बाद देश को संबोधित करते हैं। स्कूलों व सरकारी दफ्तरों आदि जगहों पर भी तिरंगा फहराया जाता है। राष्ट्रगान गाया जाता है। हर जगह देशभक्ति के गीत बजते सुनाई पड़ते हैं और सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन होता है।
स्वतंत्रता दिवस पर राजधानी तथा सभी सरकारी भवनों को रंग बिरंगी लाइटों से सजाया जाता है। स्वतंत्रता दिवस की पूर्व संध्या पर राष्ट्रपति 'राष्ट्र के नाम संबोधन' देते हैं।
श को आजाद हुए कई दशक हो चुके हैं और इस दौरान देश हर मोर्चे पर दुनिया भर में अपना धाक जमा चुका है। साइंस, टेक्नोलॉजी, आर्थिक, कृषि, शिक्षा, साहित्य, खेल समेत तमाम मोर्चों पर भारत बहुत तरक्की कर चुका है। परमाणु क्षमता संपन्न देश भारत अंतरिक्ष के क्षेत्र में कई उपलब्धियां हासिल कर चुका है। चंद्रयान 2 की सफलता इसका बड़ा प्रमाण है। विकास के हर क्षेत्र में भारत बहुत आगे बढ़ चुका है। दुनिया भारत की ओर देख रही है। हाल में भारत ने ओलंपिक में अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन किया। भारत के नीरज चोपड़ा ने भाला फेंक में गोल्ड मेडल जीता। वेटलिफ्टर मीराबाई चानू और रेसलर रवि कुमार दहिया ने सिल्वर मेडल दिलाया।
साथियों यह भी सच है कि आजादी मिलने के इतने बरसों बाद भी आज भारत अपराध, भ्रष्टाचार, हिंसा, नक्सलवाद, आतंकवाद, गरीबी, बेरोजगारी, अशिक्षा जैसी समस्याओं से लड़ रहा है। हम सभी को एक होकर इन समस्याओं को खत्म करने की कोशिश करनी चाहिए। भारत को जब तक इस समस्याओं से बाहर नहीं निकालते तब तक स्वतंत्रता सेनानियों का सपना पूरा नहीं होगा। एक होकर प्रयास करने से श्रेष्ठ और विकसित भारत का निर्माण होगा।
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