छह दिसंबर को लेकर कान्हा की नगरी मथुरा में हाई अलर्ट, 4 सुपर जोन में बांटा गया शहर, सुरक्षा कड़ी

छह दिसंबर को लेकर कान्हा की नगरी मथुरा में हाई अलर्ट, 4 सुपर जोन में बांटा गया शहर, सुरक्षा कड़ी

मथुरा: छह दिसंबर (6 December) से पहले भगवान कृष्ण के धाम मथुरा (Mathura) में पुलिस ने सुरक्षा के कड़े इंतजाम कर लिए हैं. अयोध्या (ayodhya) में विवादित ढांचा गिराचे जाने की तारीख से पहले कान्हा की नगरी छावनी में बदल गई है. किसी भी अनहोनी से बचने के लिए आसमान से लेकर जमीन तक सुरक्षा (Security) के कड़े इंतजाम किए गए हैं.

चार सुपर जोन में बांटा गया मथुरा शहर
मथुरा को 4 सुपरजोन, 4 जोन और 8 सेक्टरों में बांटा गया है. शहर में 145 चेकिंग पॉइंट बनाए गए हैं. हालातों पर ड्रोन से नजर रखी जा रही है. जगह-जगहॉ अस्थाई सीसीटीवी कैमरे लगाए गए हैं. सुरक्षा में 2000 से अधिक अर्धसैनिक बल तैनात किए गए हैं. पांच अपर पुलिस अधीक्षक, 14 पुलिस उपाधीक्षक, 40 इंसपेक्टर, 1400 हेडकांस्टेबिल और कांस्टेबिल, 10 कम्पनी पीएसी और 16 कम्पनी आरएएफ तैनात कर दी गई हैं. इंटेलिजेंस ब्यूरो के अधिकारी भी हालात पर नजर रख रहे हैं.

श्रीकृष्ण जन्मभूमि-शाही ईदगाह मार्ग रहेगा बंद
6 दिसंबर को श्रीकृष्ण जन्मभूमि-शाही ईदगाह मार्ग बंद कर दिया गया है. मन्दिर-मस्जिद मार्ग पर किसी वाहन को जाने की अनुमति नहीं है. 6 दिसंबर की सुबह से अगले दिन यानी 7 दिसबंर की शाम तक यातायात पर बैन रहेगा. किसी भी वाहन को जन्मभूमि-डीग गेट की ओर जाने की अनुमति नहीं है.

अफवाह फैलाने वालों पर भी विशेष नजर 
पुलिस ने शहर में सुरक्षा व्यवस्था के कड़े इंतजाम किए हैं. शाही ईदगाह मस्जिद जाने वाले रास्ते पर काफी संख्या में फोर्स तैनात कर दी गई है. शाही मस्जिद की तरफ जिन लोगों के घर हैं उनके आधार कार्ड चेक करने के बाद ही पुलिस प्रशासन के द्वारा एंट्री दी जा रही है. पूरे शहर में ड्रोन कैमरा से निगरानी की जा रही है. ऐसे लोग जो सोशल मीडिया पर भड़काऊ पोस्ट या अफवाह फैला रहे हैं, प्रशासन उनके खिलाफ लगातार कार्रवाई भी कर रहा है. कल से जन्मभूमि और साइड का मस्जिद की तरफ जाने वाले रास्ते को बंद भी कर दिया जाएगा.

हिंदू महासभा ने बदला प्लान
मथुरा में पुलिस चौकसी और सुरक्षा को देखते हुए हिंदू महासभा ने अपना प्लान बदल लिया है. एक वीडियो संदेश में कहा गया है कि मथुरा प्रशासन ने कानून व्यवस्था की स्थिति बिगड़ने की संभावना जाहिर करते हुए शाही ईदगाह पर जाने की अनुमति नहीं दी है, जिस वजह से यह काम अब दिल्ली में किया जाएगा.


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