जयपुर
मुख्यमंत्री का कर्मचारियों को बड़ा तोहफा
1 जनवरी 2004 और उसके बाद नियुक्त कार्मिको के लिए पहले की तरह पेंशन की घोषणा।
2004 के बाद एनपीएस के तहत कंट्रीब्यूटरी पेंशन का ही प्रावधान किया गया है।
सीएम गहलोत ने कहा
नई पेंशन स्कीम के कारण कार्मिकों में वृद्धावस्था में असुरक्षा का भाव पैदा हो गया है।
कर्मचारियों के लिए सुरक्षा मुहैया कराना हमारी जिम्मेदारी है।
कर्मचारियों को पुरानी पेंशन योजना पर सबसे ज्यादा देर टेबल बजाकर विधायकों ने किया स्वागत
Rajasthan Govt announce
lराजस्थान में 2004 के बाद नियुक्त सरकारी कर्मचारियों की पुरानी पेंशन पुनः बहाल करने पर वहाँ के लोकप्रिय मुख्यमंत्री श्री अशोक गहलोत जी का बहुत बहुत आभार अभिनन्दन।देर से ही सही पर आपने कर्मचारियों की जायज पीड़ा को समझा और सही निर्णय लिया।कोई कुछ भी कहे पेंशन बहाली में यदि किसी का सबसे बड़ा हाथ व संघर्ष है तो वह भाई विजय बन्धु जी का।उनका तहेदिल से आभार व्यक्त कर अभिनन्दन करता हूँ।
दूसरी ओर पेंशन बन्द होने के 10-11 बर्ष तक इस महत्वपूर्ण मुद्दे पर बस इसलिए चुप रहने वाले पुराने संगठन कि उन्हें तो मिल ही रही है नए नियुक्त लोगो से उन्हें क्या फर्क पड़ेगा।पर पेंशनविहीन कर्मचारी-शिक्षकों ने श्री विजय बन्धु जी अटेवा व अपने कई नए संगठनों के माध्यम से अपनी आवाज़ स्वयं बुलन्द की और दिल्ली के मुख्यमंत्री श्री अरविंद केजरीवाल से खुले मंच से पेंशन बहाली की घोषणा करवाई तथा उत्तर प्रदेश चुनाव से पहले समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष पूर्व मुख्यमंत्री श्री अखिलेश यादव जी तक अपना प्रभावी पक्ष रखा और उनके चुनावी घोषणापत्र में पुरानी पेंशन बहाली को रखवाया।जिसे माननीय अखिलेश जी अपनी हर बैठक,जनसभा व प्रेस में दोहरा रहे हैं।कर्मचारियो के आंदोलनों को,उत्तर प्रदेश में बैलेट पेपर से पड़े वोटों की आँधी को देखते हुए राजस्थान के मुख्यमंत्री जी ने समय रहते उचित निर्णय लिया।एवं जल्द ही ये बैलेट की आँधी बता रही है कि 10 मार्च 2022 के बाद उत्तर प्रदेश में कभी भी पुरानी पेंशन बहाली की घोषणा हो सकती है।
इस सब के अलावा जिन लोगों,प्रदेश के माईबाप संगठन व जिलों के पदाधिकारियों ने इस जायज मांग पर बर्षों अपना मुँह नहीं खोला आज वही लोग जिन्होंने 2004 के बाद नियुक्त कार्मिको की पुरानी पेंशन बन्द करने पर चुप्पी साध रखी थी 10 बर्षों तक।हर मीटिंग में भी नए कार्मिको से बेझिझक कहते थे कि तुम्हारी पुरानी पेंशन किसी हाल में बहाल नहीं होगी।अब वही श्रेयजीवी बन रहे हैं और चिल्लाते घूम रहे हैं देखो हमारे संघर्ष के बल पर पुरानी पेंशन बहाल होने लगी है।
अरे कुछ तो शर्म करो श्रेयजीवियो, 10-11 साल मांद में घुसे थे । चन्दा तुम्हें देकर अपनी आवाज़ स्वयं बनने को मजबूर हुए सभी नए संगठनो के बल पर सकारात्मक परिणाम आने शुरू हुए हैं और अब फुदक तुम रहे हो।
वाह धन्य हो तुम चन्दाजीवियो👏👏👏👏👏👏👏👏👏👏👏
आगे फिर कभी.....
आपका साथी-संजीव कुमार यादव
प्रदेश संयुक्त मंत्री/जिलाध्यक्ष
अंतर्जनपदीय शिक्षक वेलफेयर एसोसिएशन, इटावा,उत्तर प्रदेश
मो-8439581255
ईमेल-sanjeev.kr.yd1981@gmail.com
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