प्राथमिक विद्यालय की प्रधानाध्यापिका के सिर पर गिरा प्लास्टर
भवन की गुणवत्ता पर उठे सवाल
शिक्षकों ने बताया, प्राथमिक विद्यालय बड़ौरा का भवन नया है। फिर भी भवन का प्लास्टर टूट रहा है। इससे भवन निर्माण व गुणवत्ता पर सवाल उठ रहे हैं। शिक्षा देना सबसे बड़ा पुण्य कार्य
संसू, लहरपुर (सीतापुर): खंड शिक्षा अधिकारी रणजीत कुमार ने खैरुल्लाहपुर के प्राथमिक विद्यालय ईरापुर में मुहल्ला पाठशाला का जायजा लिया। मिशन प्रेरणा से जुड़े सभी घटकों को आनलाइन शिक्षण की उपयोगिता के बारे में बताया। खंड शिक्षा अधिकारी रणजीत कुमार ने मुहल्ला पाठशाला पर मौजूद प्रेरणा साथी को संबोधित करते हुए कहा कि, किसी को शिक्षा देना सबसे बड़ा पुण्य का कार्य है। शिक्षा ही मनुष्य को महान बनाती है। शिक्षा से ही मनुष्य जीवन में आने वाली चुनौतियों को बेहतर तरीके से सामना करने में सक्षम होता है। प्रेरणा साथी स्वयंसेवी रूप में अपने आसपास के बच्चों को आनलाइन शिक्षा के माध्यम से ज्ञान दे रहे हैं। शिक्षक उमेश चंद्र वर्मा एवं सरोज वर्मा ने रीड एलांग एप, ई पाठशाला एप तथा दीक्षा एप के बारे में विस्तार से जानकारी दी। संकुल शिक्षक रामचंद्र वर्मा ने रेडियो और दूरदर्शन पर प्रतिदिन प्रसारित होने वाले शैक्षिक कार्यक्रमों के बारे में बताया। इस अवसर पर शिक्षक अनवर अली, रामावती, राजीव कुमार आदि मौजूद थे। सिंहपुर पहुंचा खेल साक्षरता प्रसार वाहन, दी खेलों की जानकारी
सीतापुर : गाजियाबाद से नौ जुलाई को रवाना हुआ खेल साक्षरता प्रसार वाहन सिधौली के सिंहपुर गांव पहुंचा। ग्रामीणों व बच्चों को एलसीडी स्क्रीन पर खेलों पर बनी तीन डाक्यूमेंट्री फिल्में दिखाई गई। संस्था अध्यक्ष डा. कनिष्क पांडेय ने ग्रामीणों को वीडियो कांफ्रेंसिग के जरिए संबोधित भी किया। बच्चों को ओलंपिक खेलों के बारे में बताया। उन्होंने कहा कि, प्रशासन से गांव को खेल मैदान उपलब्ध कराने का अनुरोध करेंगे।
खेल साक्षरता प्रसार वाहन को 15 अर्जुन पुरस्कार विजेताओं ने नौ जुलाई को गाजियाबाद से रवाना किया था। प्रसार वाहन हापुड, मुरादाबाद, रामपुर, शाहजहांपुर व सीतापुर होकर शुक्रवार को लखनऊ पहुंचा। लखनऊ पहुंचने से पहले प्रसार वाहन ने सिंहपुर गांव के बच्चों को जागरूक किया। बच्चों को खेल पुस्तिकाएं भी वितरित की गई।
डीएम को सौंपा मांगपत्र
संस्था के पदाधिकारियों ने डीएम विशाल भारद्वाज से मुलाकात मांगपत्र भी सौंपा। मांगपत्र में ग्रामीण एवं शहरी क्षेत्रों में खेलकूद के लिए आरक्षित भूमि पर खेल सुविधाएं विकसित किए जाने की मांग की। जिले के सबसे प्रतिष्ठित पूर्व खिलाड़ी के नाम से कम से कम एक सड़क को नामांकित किया जाए, खेल साक्षरता मिशन का प्रचार हो व जिले में एक आदर्श खेल गांव की स्थापना किए जाने आदि की मांग की।
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