इसीलिए समान शिक्षा और निःशुल्क शिक्षा की बात करता हूं।

खबर पढ़िए और सोचिए इसने कैसे सबसे मुकाबला किया होगा?

यह खबर यह बताती है की अगर अवसर मिले तो ये बच्चे भी बेहतर परिणाम दे सकते हैं।

एक तरफ बड़ी बड़ी कोचिंग और स्कूल के बच्चे थे तो एक ये भी था।

यह खबर साबित करती है की अगर मौका मिले तो हर बच्चा अच्छे  प्रदर्शन कर सकता है।

इसीलिए समान शिक्षा और निःशुल्क शिक्षा की बात करता हूं। 

पता नही कितने होनहार बीच में ही रुक जाते होंगे?

इस बच्चे को शाबाशी तो बनती है।
यदि देश से अंधभक्ति दूर करनी है तो शिक्षा सभी के लिए फ्री और अनिवार्य होनी ही चाहिए।

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